विशेष बैठक:-
आज कार्यालय पुलिस अधीक्षक मण्डी के कांन्फ्रेस हाल में श्री गुरदेव शर्मा भा.पु.से, पुलिस अधीक्षक मण्डी की अध्यक्षता में सर्व देवता कारदार संघ के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें श्री पुनीत रघु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मण्डी, श्री मानव वर्मा सहायक पुलिस अधीक्षक मण्डी के अलावा निम्नलिखित पदाधिकारी देव समाज मण्डी उपस्थित रहे ।
- श्री शिवपाल शर्मा प्रधान सर्वदेवता कमेटी मण्डी
- श्री वेद राम उप-प्रधान
- श्री युद्ध कुमार महा सचिव
- श्री प्रकाश चन्द सचिव
- श्री रेवती राम मुख्य सलाहकार
उपरोक्त के अलावा बैठक में जिला मण्डी से लगभग 70 पदाधिकारियों ने सिरकत की दौरान बैठक विभिन्न मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई, जो निम्नलिखित हैं:-
मन्दिरो में हो रही चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए कुछ निम्नलिखित कारगर उपाय मन्दिर प्रबन्धन कमेटी द्वारा किए जाने के सुझाव अधोहस्ताक्षरी द्वारा दिये गये:-
- मन्दिर परिसर में रात के समय लाईट की समुचित व्यवस्था हो ।
- परिसर में प्रयाप्त मात्रा में अच्छी किस्म के सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हों ।
- मन्दिर की बहुमूल्य सम्पति की सुरक्षा के लिए दिन व रात के लिए चौकीदार नियुक्त किया जाए ।
- मन्दिर परिसर में एक मजबूत अलमारी में बहुमूल्य बस्तुएं रखी जाएं ।
- मन्दिर का मुख्य दरवाजा मजबूत लोहे से बना होना चाहिए एवं दरवाजे पर दो ताले लगाए जाएं ।
- मन्दिर परिसर के चारों ओर कंटीले तारें लगाई जायें ।
- बहुमूल्य मूर्तियों एवं सोने/चाँदी के आभूषणों के फोटोग्राफ (हार्ड एंव शाफ्ट फार्मेट) संरक्षित करके रखे जाएं व एक कापी थाने/चौकी को भी दी जाए।
- मन्दिर प्रबन्धन कमेटी के पास पुलिस अधिकारियों एवं नज़दीकी थाना/ चौकियों के टैलिफोन नम्बरों की सूची होनी चाहिए ।
- चोरियों को रोकने के लिए मन्दिर परिसर में चोरी – रोधक यन्त्र ( Anti Theft device ) लगवाये जायें।
मन्दिर प्रबन्धन कमेटी के सदस्य मन्दिर के कारदार, पुजारी एवं गूर नशे के खिलाफ एक अभियान चलायें एवं निम्नलिखित सुझाव आम जनता तक पहुँचाएं :-
- युवाओं को नशे के दुष्प्रभाव से अवगत करवायें एवं नशे से दूर रहने की सलाह दें ।
- अभिभावकों से आग्रह करें कि समय- समय पर अपने बच्चों का मार्गदर्शन करें ।
- नशे के आदी युवाओं के अभिभावकों को बतायें कि क्षेत्रिय अस्पताल मण्डी एवं मैडिकल कालेज नेरचौक में नशे की लत छुडाने के लिए OPD की व्यवस्था की गई हैँ ।
- नशे के आदी य़ुवाओं को “ नशा निवारण केन्द्र” में भेजने के लिय़े लोगों को सुझाव दें ।
- “नशा निवारण समिति” का सदस्य बनने के लिये अपने थाना/चौकी में सम्पर्क करें ।
- अभिभावक स्वयं नशा न कर उदाहरण पेश करें ।
- अभिभावक अपने बच्चों के दोस्तों और बच्चे की दिन की गतिविधियों में रुचि लें ।
- बच्चे के साथ समय बितायें ।
- बच्चा परेशान हे तो उसकी समस्या को समझें ।
- गाँव के अन्दर कोई दुकानदार नशीली दवाओं या नशीले पदार्थों को बेचने व खरीदने का कार्य में संलिप्त है तो अपने क्षेत्र के नजदीकी थाना/चौकी में सम्पर्क करें ।
- Drug Free Himachal App डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रेरित करें ।
- लोगों को बतायें कि भाँग, अफीम की खेती करना अबैध है तथा इनसे (भाँग/अफीम) निकलने वाले पदार्थो का भण्डारण करना, खरीदना, बेचना, आयात, निर्यात, परिवहन, एवं प्रयोग में लाना एन.डी.पी.एस अधिनियम 1985 के अन्तर्गत गैर कानूनी है एवं दोषी पाये जाने पर सज़ा 10 साल तक की कठोर कैद एवं जुर्माना 100000/- से 200000/ रुपये तक का प्रावधान रखा गया है ।
- आस्था के नाम पर कोई भी गैर-कानूनी कार्य न किया जाए। सर्व देवता कमेटी के पदाधिकारियों से आग्रह किया गया कि वे भी देव समाज के गुर/कारदारों को निर्देशित करें कि वे कोई भी गैर-कानूनी आदेश पारित न करें। यदि किसी संस्था द्वारा कोई गैर-कानूनी आदेश पारित किया जाता है तो इसकी सूचना तुरन्त प्रशासन को देना सुनिश्चित करें एवं गैर कानूनी आदेशों पर अंकुश लगाएं ।
- देव समाज मन्दिर में आने वाले युवाओं को नशे से दुर रहने एवं इसके दुष्प्रभाव से बचने के लिए जागरुक/ प्रेरित करें ।